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16 Feb 2024 08:53 AM

सोचती हूँ, समझती हूँ, समझाती हूँ ख़ुद को कभी,
गर ख़ुशी है आसपास तो क्यों अपनी ही ख़ुशी से डरती हूँ मैं|

बहुत बढ़िया…

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