गुथने के बाद कितना आ जाता है जीवन में बदलाव| परस्पर जोड़ने को ‘अपने’ ज्यूँ फैलाए जाते हैं हाथ
बहुत सुंदर कविता
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गुथने के बाद कितना
आ जाता है जीवन में बदलाव|
परस्पर जोड़ने को ‘अपने’
ज्यूँ फैलाए जाते हैं हाथ
बहुत सुंदर कविता