मुझ अकिंचन का मन न रहे कलुषित हे कुमुदिनी! अग्रसर मुझे सुपथ पर करो।
बेहतरीन वंदना…
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मुझ अकिंचन का मन न रहे कलुषित
हे कुमुदिनी! अग्रसर मुझे सुपथ पर करो।
बेहतरीन वंदना…