कुछ करने वाले अपने काम से अमर तब बनते है जब उन्हे अमर बनाने वाले या याद करने वाले लोग हो । चेचक जैसे रोग से पूरी मानवता को बचाने वाले उस महान वैज्ञानिक के बारे में लिख आपने उन्हे सच्ची श्रद्धांजली दी है। साथ ही नवपीढ़ी को ऐसे आविष्कार के काम करने के लिए प्रेरित करती रचना सामान्यज्ञान को आसानी दिमाग में स्थापित कर रही है। अंतराष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त उम्दा कलमकार डॉ किशन टण्डन क्रांति जी को सादर वन्दन व बधाई
कुछ करने वाले अपने काम से अमर तब बनते है जब उन्हे अमर बनाने वाले या याद करने वाले लोग हो । चेचक जैसे रोग से पूरी मानवता को बचाने वाले उस महान वैज्ञानिक के बारे में लिख आपने उन्हे सच्ची श्रद्धांजली दी है। साथ ही नवपीढ़ी को ऐसे आविष्कार के काम करने के लिए प्रेरित करती रचना सामान्यज्ञान को आसानी दिमाग में स्थापित कर रही है। अंतराष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त उम्दा कलमकार डॉ किशन टण्डन क्रांति जी को सादर वन्दन व बधाई