लेखक किताब लिखकर अपने मूल्यों को सिर्फ आप तक ही नही पहुचाना नही ,बल्कि लेखक इन पर्यावरण मूल्यों,ओर मानवीय मूल्यों को नित प्रतिदिन जीवन मे जीता भी है ।ये हमने प्रत्यक्ष महसूस अनुभव किया है । और इस रचना को पढ़कर आप भी जरूर प्रेरित होंगे तब लेखक अपने प्रयासों को सफल मानेगा
लेखक किताब लिखकर अपने मूल्यों को सिर्फ आप तक ही नही पहुचाना नही ,बल्कि लेखक इन पर्यावरण मूल्यों,ओर मानवीय मूल्यों को नित प्रतिदिन जीवन मे जीता भी है ।ये हमने प्रत्यक्ष महसूस अनुभव किया है । और इस रचना को पढ़कर आप भी जरूर प्रेरित होंगे तब लेखक अपने प्रयासों को सफल मानेगा