बेहतरीन सृजन… मनुष्य की आंतरिक व बाहरी चेष्टाएं निश्चित रूप से आपकी कृति में समाहित है। प्रेम व मितव्ययिता जीवन की प्रत्येक व्यक्ति का ध्येय होना ही शाश्वत सत्य है, जीवन की वृहत्तर परिस्थितियों को छुती ‘फितरत’ कृति के लिए आपको कोटि-कोटि बधाई मंगलकामनाएं…
गणेश्वर आजाद ‘गॅंवईंहा’
बेहतरीन सृजन… मनुष्य की आंतरिक व बाहरी चेष्टाएं निश्चित रूप से आपकी कृति में समाहित है। प्रेम व मितव्ययिता जीवन की प्रत्येक व्यक्ति का ध्येय होना ही शाश्वत सत्य है, जीवन की वृहत्तर परिस्थितियों को छुती ‘फितरत’ कृति के लिए आपको कोटि-कोटि बधाई मंगलकामनाएं…
गणेश्वर आजाद ‘गॅंवईंहा’