कवि के पास तो कल्पना ही है उसके पास इसके अलावा क्या रक्खा है। कमेंट्स के लिए धन्यवाद।दूसरी रचनाए भी पढ़िए उनमें भी सच्चाई के साथ कल्पना जा मिश्रण है।
कवि के पास तो कल्पना ही है उसके पास इसके अलावा क्या रक्खा है। कमेंट्स के लिए धन्यवाद।दूसरी रचनाए भी पढ़िए
उनमें भी सच्चाई के साथ कल्पना जा मिश्रण है।