साड़ी ही की नारी है कि नारी ही की साड़ी है/ साड़ी से ही नारी है कि नारी से ही साड़ी है। चाहे जो भी साड़ी पर कवि की सुन्दर लेखनी को शत शत नमन्,,,,,,👌👌👌👌👌💐💐🎂🎂
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