चारित्रिक विषमताओं से होने वाली सांकेतिक दूरदर्शी परिणाम को परिमार्जित किया गया है जो वर्तमान,भूत एवं भविष्य जो कि समाज में व्याप्त कुरीतियों पर शसक्त हस्ताक्षर हैं… आपको कोटिश: बधाई आदरणीय श्री किशन टण्डन क्रान्ति सर जी.. सादर प्रणाम
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चारित्रिक विषमताओं से होने वाली सांकेतिक दूरदर्शी परिणाम को परिमार्जित किया गया है जो वर्तमान,भूत एवं भविष्य जो कि समाज में व्याप्त कुरीतियों पर शसक्त हस्ताक्षर हैं… आपको कोटिश: बधाई आदरणीय श्री किशन टण्डन क्रान्ति सर जी.. सादर प्रणाम