ईश्वर दयाल गोस्वामी
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3 Feb 2023 11:13 PM
धन्यवाद एवं आभार आदरणीय
वाह आदरणीय अप्रतिम ,बेहतरीन
आपके गीत का जवाब नहीं वो भी ठेठ बुंदेली में ,आपके बुंदेली शब्दकोश ज्ञान को प्रणाम ,साधुवाद । आप जैसे विद्वानों ने ही इस बोली को बचाए रखा है। 🙏