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Comments on जिसकी फितरत वक़्त ने, बदल दी थी कभी, वो हौसला अब क़िस्मत, से टकराने लगा है।
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'अशांत' शेखर
Manisha Manjari
Author
26 Oct 2022 07:16 AM
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बहुत बहुत आभार शेखर जी🙏🙏🙏
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बहुत बहुत आभार शेखर जी🙏🙏🙏