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राख़ को खाक़ न समझो इसमें अब भी कोई दबी चिंगारी बाकी है ,
भड़केगी जब शोला बनकर कहर बरपा जाएगी ,
श़ुक्रिया !🌷

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जी बहोत शानदार आपका तो जवाब ही नहीं धन्यवाद जी 🙏🙏🙏

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