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ख़ामोशी ही बूलंद आवाज होती है, मौन ही सवाल और जवाब होता है । उम्मीद की आस सहेजती रचना बहुत ही उम्दा कलम मनीषा जी👍👍👍💐💐💐

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22 Sep 2022 01:24 AM

बहुत बहुत आभार शेखर जी 🙏🙏🙏

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