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21 Sep 2022 10:29 AM

दरिया जब भी समंदर से मिला फिर नही मिला
बड़े किरदारो से छोटी शख़्सियत तुम बचा लेना
बहुत हीं उम्दा एवं लाजवाब रचना👌👌🙏🙏🙏

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बहुत बहुत आपके हौसलामंद अल्फाज़ो के हम शुक्रगुजार है मनीषा जी🙏🙏🙏🌷🌷🌷🌹🌹🌹

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