Rashmi Sanjay
Author
29 Sep 2022 12:09 PM
आपके स्नेह के समक्ष अभिभूत हूॅं।
याद आते हैं पिता के
मौन से संकेत भी,बेहद भाव पूर्ण यादों को सहेजती हुई,बेहद संवेदनशील रचना।पुनः आपकी कलम ने मेरे दिल को छू लिया ।बेहतरीन लाजवाब, शानदार रचना👌🏻👌🏻🙏🏻🙏🏻🌷🌷