'अशांत' शेखर
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21 Aug 2022 06:30 PM
बहोत बहोत दिल के गहराई से आपका तहे दिल से आभार धन्यवाद 🙏🙏🙏
ना झुका तू नजरे आसमाँ को देखकर..!
पाँव को तो ज़मी पर भी लगती है ठोकर। सही कहा है आपने, अति सुन्दर रचना👌👌💐💐🙏🙏