आँखों में ख़ामोशी नजर आती है तो आईना भी मजे लेता है शायर को ऐसा लगता है कि वो जब आईने से रूबरू हो तो कम से कम चेहरे की हकीकत आईना ना बताये इसीलिये जरासी लफ्ज़ का इस्तेमाल किया है शायर को लगता है के आइना असलियत में चेहरा दिखाकर अपनी होशियारी बताता है जब की शायर पहले से ग़मज़दा है और वही रौती सूरत दिखाकर आईना उसे चिढ़ाता है और इसलिए होशियारी लफ्ज़ का इस्तेमाल किया है जी धन्यवाद🙏🙏🙏🌹🌹🌹
आँखों में ख़ामोशी नजर आती है तो आईना भी मजे लेता है शायर को ऐसा लगता है कि वो जब आईने से रूबरू हो तो कम से कम चेहरे की हकीकत आईना ना बताये इसीलिये जरासी लफ्ज़ का इस्तेमाल किया है शायर को लगता है के आइना असलियत में चेहरा दिखाकर अपनी होशियारी बताता है जब की शायर पहले से ग़मज़दा है और वही रौती सूरत दिखाकर आईना उसे चिढ़ाता है और इसलिए होशियारी लफ्ज़ का इस्तेमाल किया है जी धन्यवाद🙏🙏🙏🌹🌹🌹