'अशांत' शेखर
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13 Aug 2022 08:55 AM
बहोत बहोत धन्यवाद आभार नहीं ऐसी बात नही ये तो आपकी साहित्य और गजल के प्रति गहरी समझ है और एक उम्दा सोच के व्यक्तित्त्व के आप धनी हो इसीलिये रचनाकार के कलम का आत्मा समझ लेते हो बहोत बहोत शुक्रिया 🙏🙏🙏💐💐💐 सिर्फ मजार रहेगी के भाव को भी अधोरेखित कीजिये 🙏🙏🙏
अब तक सबसे अच्छी ग़ज़ल। मैं इस पर टिप्पणी करने के लायक भी नहीं हूं बेहतरीन अल्फाजों के बातें भी जो रखी इस ग़ज़ल बहुत ही आला उम्दा है। भाई ग़ज़ल के मामले में तो कोई नही है आपके आस पास, कोई भी नही है दूर दूर तक sahityapidiya पर। you are the BOSS. I salute you