नहीं ताज भाई आप मेरे गुरु जैसे हो मुझे आपकी कलम के अलावा कोई पसंद नही आता सिर्फ मनीषा मैडम के कलम में दम लगता है बाकी तो खैर अपनी अपनी सोच
नहीं ताज भाई आप मेरे गुरु जैसे हो मुझे आपकी कलम के अलावा कोई पसंद नही आता सिर्फ मनीषा मैडम के कलम में दम लगता है बाकी तो खैर अपनी अपनी सोच