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3 Aug 2022 05:53 PM

महताब ने भी मुंह फेर लिया है मेरे घर आंगन से।
चिरागों के सहारे ये अंधेरी जिंदगी जी जाती नहीं
बहुत हीं उम्दा 🙏🙏🙏

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3 Aug 2022 06:10 PM

आपका तहे दिल से शुक्रिया मनीषा जी।

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