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और ये एक धमाका
रास्ता भी हम जैसा तन्हा-तन्हा सा लगता है।
मिलते नहीं है इस पे चले हुए पैरो के निशान
क्या खूब लिखा भाई जीतनी तारीफ करू उतनी कम आपको मेरा दिल के गहराई से आदाब सलाम🙏🙏🙏🙏🙏🙏

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28 Jul 2022 11:36 AM

आपको भी दिल से हमारा सलाम।

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