बहोत बहोत बहोत बहोत लाख लाख लाख शुक्रिया आभार धन्यवाद आपके प्रेरणा ने हमें इस मोड़ तक लाया इसलिए मैंने जब आप पर ग़ज़ल लिखी तभी पहली लाइन में मैंने आपके प्रति मेरी कृतज्ञता व्यक्त की है बस साहित्यपिडिया में मैं आपको पढता नही तो आज जो भी लिख रहा हूं वो संवेदना अंदर से नही फूटती
बहोत बहोत बहोत बहोत लाख लाख लाख शुक्रिया आभार धन्यवाद आपके प्रेरणा ने हमें इस मोड़ तक लाया इसलिए मैंने जब आप पर ग़ज़ल लिखी तभी पहली लाइन में मैंने आपके प्रति मेरी कृतज्ञता व्यक्त की है बस साहित्यपिडिया में मैं आपको पढता नही तो आज जो भी लिख रहा हूं वो संवेदना अंदर से नही फूटती