अजी छोड़िए भी ,भाई साहब ,! हमसे बड़े बड़े कवि लेखक बैठे हुए है प्रेरणा देने के लिए ,हम किस खेत की मूली हैं!
अजी छोड़िए भी ,भाई साहब ,!
हमसे बड़े बड़े कवि लेखक बैठे हुए है प्रेरणा देने के लिए ,हम किस खेत की मूली हैं!