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यादों के अब्र जब तब ज़ेहन में उमड़ते , घुमड़ते,गहराते है,
हम उन हसीन मसर्रत भरे लम्हों के एहसास में खो जाते हैं,

श़ुक्रिया !

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5 Jul 2022 12:13 PM

धन्यवाद गुरुजी

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