जगदीश शर्मा सहज
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9 Jul 2022 10:51 PM
जी, सही कहा आपने ,धन्यवाद
आदरणीय जी आज यह कहानी हर घर की है, बच्चे स्कूल से आकर ट्यूशन जाते हैं, ट्यूशन से आकर मोबाईल रुपी खिलौने में लग जाते हैं, माता-पिता भी अपने में व्यस्त नजर आते हैं सिर्फ़ भोजन के समय ही वे माता-पिता कुछ पल के लिए समय दे पातें हैं।