Taj Mohammad
Author
28 Jun 2022 02:04 AM
बहुत बहुत शुक्रिया आपका।
ठोकर ना खाते रहते जिंदगी की राहों में।
फूलो से महकते गर हमारा भी बागवां होता।।बहुत ही सुंदर और मार्मिक।