Umesh Kumar Sharma
Author
27 Jun 2022 01:07 PM
आपके शब्दों का आभार
बहुत ही सुंदर रचना जिसमें व्यंग के साथ प्रेम छुपा है।लड़ाई वही होता है जहा हक होता है।बहुत खूब।