Anamika Singh
Author
17 Jun 2022 08:44 AM
आपका बहुत-बहुत धन्यवाद। सादर आभार।
मन के चेतना को जगा दिया
हमें भी अपने काम पे लौटा दिया
पढ़कर हर उलझन सुलझ गई
ये अद्भुत कविता ख़ुदा ने सिर्फ आपके हाथों से हम सब के लिए लिखवा दिया।
शुक्रिया जी