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In reply to Badri Sunku
13 Jun 2022 10:06 PM

अक्सर बिल्कुल विपरीत।पर सबका अपना दृष्टिकोण अलग अलग है।
जाकी रही भावना जैसी,प्रभु मूरत देखी तिन तैसी।
यही बात नारी के बारे में कहा जा सकता है।

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