जी नहीं साहब। आप जैसे अल्फाज़ और अंदाज़ हमारा कहां है। लेकिन अप सबको पढ़कर थोडा बहुत सीख लेता हूं। खुदा आपके कलम में और रवानी दे ये हमारी दुआ है।
जी नहीं साहब। आप जैसे अल्फाज़ और अंदाज़ हमारा कहां है। लेकिन अप सबको पढ़कर थोडा बहुत सीख लेता हूं। खुदा आपके कलम में और रवानी दे ये हमारी दुआ है।