Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings

आदरणीय महोदय जी को सादर नमस्कार
आपके द्वारा प्रेषित रचना बहुत ही अच्छा है, यहाँ पर हम अपनी भावनाएँ व्यक्त करतें हैं वहाँ उस वृक्ष की कटाई निरंतर जारी रह्ता है, आज फ़िर देखिए न हमारे राज्य में हसदेव अरण्य का निरंतर कटाई जारी है सिर्फ़ इसलिए कि वहाँ कोयले का भंडार होने का अनुमान है, उस वन से ही हसदेव नदी का उदगम स्थल है अब बाद में क्या होगा वह हमे मालूम है विकास अर्थात् विनाश।

You must be logged in to post comments.

Login Create Account
Loading...