Ram Krishan Rastogi
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13 May 2022 08:02 AM
आपने भी सही फरमाया। जहां ठहराव आ जायेगा वहा बहाव रूक जायेगा।
उम्मीद पर ही दुनिया कायम है। जिसकी उम्मीद जिंदा तो वह भी जिंदा