Ram Krishan Rastogi
Author
30 Apr 2022 06:18 PM
आपने सही फरमाया। जब तक खुद कवि पर नहीं गुजराती और वह प्यार की गलियों में नही भटकता तब तक वह नही लिख पाता।
सुना था कि कवि हाले दिल का बयान करते हैं,मै सोचने पर मजबूर हो गया हूं कि आप भी जिंदगी की गलियों भटके हैं और जज्बातों को उजागर करते रहते है। अति सुन्दर।