Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings

कसम से मुझे बंगाली भाषा बहुत अच्छी लगती थी मीठी मीठी रसगुल्ले जैसी ,मगर इस नामुराद ममता की वजह से इसमें जहर घुल चुका है । बहुत बढ़िया और सच लिखा है आपने

You must be logged in to post comments.

Login Create Account

बंगाल की धरती इंकलाब की पहचान है, संतों की , नेताओं की उर्जा वान धरा है, संस्कृति समृद्ध रही है, पिछले कुछ समय से सारी मर्यादाएं क्षीण हो रही हैं। आपको सादर अभिवादन धन्यवाद

आपको सादर प्रणाम

Loading...