Ram Krishan Rastogi
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25 Mar 2022 12:06 PM
अब आपने आदेश दिया है तो अब हठीले पतियो पर भी लिख देते है। वैसे पतियों पर भी लिख चुका हूं। जैसे ,
तुम सारे दिन सोते रहते हो,कुंभकर्ण की तरह प्रिय,
मै सारे दिन घर का काम करती हू,फिर भी न थकती प्रिय।
बहुत खूब ! हमेशा पत्नियों पर ही लिखोगे या कभी हठीले पतियों पर भी कुछ फरमाओ भाई साहब !