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पुकारे आप जो मुझे, ग़ुलाम आ गया /
लवों पे आज फिर मिरा ही नाम आ गया /

बहक न जाऊँ फिर कहीं तुम्हारे ख़्याल में /
ये सोचते ही आपका सलाम आ गया

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