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*** कर्मों के कारण ****
ब्लू एम्बर सितारे, /
हम हारे हुए लोगों की गिनती करते हैं, /
पंच मज़ा और स्प्रिंग्स, /
कर्मों के कारण रोना। /

गहरे प्रेम की प्रेरणा, /
जीवन का सहारा होगा, /
टूटे प्यार के तार, /
मुट्ठी समझौता नहीं। /

जिस पेड़ को देखा जा सकता है, /
बैठो और मरो /
समाप्त नहीं /
प्रकृति के रंग। /

प्यार हार गया शर्त /
दुनिया बन गई है दुश्मन /
अभी अंधेरा है /
बंद दरवाजों से कहाँ जाना है। /

आँखों में नीला /
यहां लुढ़का हुआ हीरा, /
छाती में दर्द, /
दवा के बिना दर्द बहुत होता है। /
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सुखविंदर सिंह मानसीरता
खेरी राव वाली (कैथल) / अति सुन्दर रचना सर जी।

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