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23 Feb 2022 12:03 AM

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अति सुंदर अभिव्यक्ति आशा भाई ।

मन प्रेममय हो तो जीवन भी बन जाता मधुशाला,
व्यर्थ यही जीवन यदि भरी है काम,क्रोध,लोभ, मोह की हाला।।

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