Shyam Sundar Subramanian
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11 Jan 2022 07:21 AM
धन्यवाद !
जीवन जीने की कला में यह उक्ति बहुत उपयोगी है किन्तु इस पर चलने वालों को ही इस पर भरोसा नहीं! इसी लिए विसंगति उत्पन्न होने लगती है, और यही सर्वत्र व्याप्त है! सादर अभिवादन सहित।