भाव एवं शिल्प की दृष्टि से बहुत सुन्दर गीतिका रची है। बधाई! यदि मात्रापतन से भी बच सकें तो सोने में सुहागा!
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भाव एवं शिल्प की दृष्टि से बहुत सुन्दर गीतिका रची है। बधाई!
यदि मात्रापतन से भी बच सकें तो सोने में सुहागा!