आपके कहने का मतलब ये है की महिलाये अपनी ख़ुशी के लिए अपने मन का ना करे l
मेने ये नही कहा की शाल य़ा कोट से सुन्दर नही लगते पर मुझे लगता आप लोग समाज के उस वर्ग से आते है ज़िन्हे लगता है की महिलाओ को आपके हिसाब से रहना चाहिए जो महिलाये बाहरी रुप से सुन्दर होती है आपका मतलब हैं अंदर से वो सुन्दर नही होती आपके कहने का मतलब है महिलाये बाहरी रुप से सुन्दर दिखे ही कृपया आप लेख अच्छे से पढ़े
आपके कहने का मतलब ये है की महिलाये अपनी ख़ुशी के लिए अपने मन का ना करे l
मेने ये नही कहा की शाल य़ा कोट से सुन्दर नही लगते पर मुझे लगता आप लोग समाज के उस वर्ग से आते है ज़िन्हे लगता है की महिलाओ को आपके हिसाब से रहना चाहिए जो महिलाये बाहरी रुप से सुन्दर होती है आपका मतलब हैं अंदर से वो सुन्दर नही होती आपके कहने का मतलब है महिलाये बाहरी रुप से सुन्दर दिखे ही कृपया आप लेख अच्छे से पढ़े