लत कोई भी अच्छी नहीं होती ! ख़ासकर शराब की लत तो बिल्कुल ही अच्छी नहीं ! इसकी लत अगर लग गई तो मानो सब कुछ आपसे दूर चली गई ! घर-परिवार भी, नौकरी भी, इंसानियत भी और यहां तक कि अपना बहुमूल्य स्वास्थ्य भी !! बेशक, मादक पदार्थो के सेवन से खुद को अलग रखें तो बेहतर होगा ! बेहतर संदेश दिया है अपनी इस लेख ( संस्मरण ) के माध्यम से आपने ! जो भी हो आपकी इस खूबसूरत लेखनी में आपकी परोपकार और परस्पर सहयोग की नेक भावनाएं स्पष्टत: दिखाई पड़ रही हैं ! ऐसी भावनाएं किसी भी चरित्र के व्यक्तित्व में चार चांद लगाने में सक्षम है ! बहुत शुक्रिया !!
लत कोई भी अच्छी नहीं होती ! ख़ासकर शराब की लत तो बिल्कुल ही अच्छी नहीं ! इसकी लत अगर लग गई तो मानो सब कुछ आपसे दूर चली गई ! घर-परिवार भी, नौकरी भी, इंसानियत भी और यहां तक कि अपना बहुमूल्य स्वास्थ्य भी !! बेशक, मादक पदार्थो के सेवन से खुद को अलग रखें तो बेहतर होगा ! बेहतर संदेश दिया है अपनी इस लेख ( संस्मरण ) के माध्यम से आपने ! जो भी हो आपकी इस खूबसूरत लेखनी में आपकी परोपकार और परस्पर सहयोग की नेक भावनाएं स्पष्टत: दिखाई पड़ रही हैं ! ऐसी भावनाएं किसी भी चरित्र के व्यक्तित्व में चार चांद लगाने में सक्षम है ! बहुत शुक्रिया !!