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जय श्रीराम का नाम अवाम की आवाज़ का मोहताज़ नहीं ,
वो तो ज़िंदगी जीने का है फलसफा किसी दिखावे का मज़हब नहीं ,
हर मेहनतकश ईमानदार शख्स के दिल में बसता है,
उसके हौसले की शिद्दत और उसके ज़मीर में दिखता है ,
लाख साज़िश करने पर भी जो टूट कर नहीं बिखरता है ,
वो तो दिलो जाँ से बढ़कर रुह में पैवस्त रहता है ,

श़ुक्रिया !

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