19 Nov 2021 05:28 PM
सादर धन्यवाद सर मैं आपकी बात से सहमत हूं मुझे अपने पिता के बारे में कोई भ्रम नहीं है यह गीत सिर्फ उनके लिए लिखा गया है जो एक ही पिता की अन्य संतानों को अपना भाई नहीं मानते
सादर धन्यवाद सर मैं आपकी बात से सहमत हूं मुझे अपने पिता के बारे में कोई भ्रम नहीं है यह गीत सिर्फ उनके लिए लिखा गया है जो एक ही पिता की अन्य संतानों को अपना भाई नहीं मानते
अगर किसी बालक को बच्पन में यह बता दिया जाता है कि , यही आपके पिता जी है। फिर हमें किसी दूसरे व्यक्ति से पूछना चाहिए या नही।आप इस का उत्तर तलाश लेना। ईश्वर कौन है, और कहां पर है।यह समय आने पर बता दिऊगा। धन्यवाद आपका जी