आदरणीय नीलम जी बहुत-बहुत बधाई और धन्यवाद, आपने तो बहुत ही अच्छी कविताएं लिखी हैं हम पढ़ते ही चले गए। काश आपके शिष्य बनकर कुछ सीखने का सौभाग्य मिल पाता। हम अभिभूत हैं आपकी सहृदयता का। आपकी रचना यूं तो पूरी ही सुंदर एवं पठनीय है लेकिन ये पंक्तियां मन को छू लेने वाली हैं। जीवन के झंझावातों को आपने मॉ यानी जननी के रूप में व्यक्त कर कहीं न कहीं अपने जीवन के अनुभवों को ही शब्दों में ढाला है।
हम अभी नये-नये एक्टिव हुए हैं और आपके सहयोग हमारे मन को हर्षित करने वाला है। बहुत आभार! विश्वास है प्रतियोगिता से हटकर भी आपका सहयोग एवं मार्गदर्शन हमें निरंतर मिलता रहेगा। आपकी भावाव्यक्ति को अच्छा प्रोत्साहन मिल रहा है ये देखकर प्रसन्नता हुई। बहुत आभार धन्यवाद,
आदरणीय नीलम जी बहुत-बहुत बधाई और धन्यवाद, आपने तो बहुत ही अच्छी कविताएं लिखी हैं हम पढ़ते ही चले गए। काश आपके शिष्य बनकर कुछ सीखने का सौभाग्य मिल पाता। हम अभिभूत हैं आपकी सहृदयता का। आपकी रचना यूं तो पूरी ही सुंदर एवं पठनीय है लेकिन ये पंक्तियां मन को छू लेने वाली हैं। जीवन के झंझावातों को आपने मॉ यानी जननी के रूप में व्यक्त कर कहीं न कहीं अपने जीवन के अनुभवों को ही शब्दों में ढाला है।
हम अभी नये-नये एक्टिव हुए हैं और आपके सहयोग हमारे मन को हर्षित करने वाला है। बहुत आभार! विश्वास है प्रतियोगिता से हटकर भी आपका सहयोग एवं मार्गदर्शन हमें निरंतर मिलता रहेगा। आपकी भावाव्यक्ति को अच्छा प्रोत्साहन मिल रहा है ये देखकर प्रसन्नता हुई। बहुत आभार धन्यवाद,