बेशक़, श्रीमान जी! सही कहा आपने! इन्हीं ठेकेदारों ने धर्म को रसातल में पहुँचा दिया है। आपका क्या विचार है?
बेशक़, श्रीमान जी! सही कहा आपने! इन्हीं ठेकेदारों ने धर्म को रसातल में पहुँचा दिया है। आपका क्या विचार है?