वीर कुमार जैन 'अकेला'
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12 Nov 2021 06:08 PM
शुक्रिया
जो होंठ सी भी लिए , जोअश्क पी भी लिए ,
तो ये सितम किस पे किए ,
कुछ आज अपनी सुनाओ और कुछ आज मेरी सुनो ,
खामोशियों से तो दिल और दिमाग जलते हैं ,
जो चुप रहे तो दिल के दाग जलते हैं ,
श़ुक्रिया !