किसी सही सिद्धांत को भी 100 % सरजमीं पर उतार लेना उतना आसां काम नहीं ! शाहीनबाग एवं किसान आंदोलन का उदाहरण सबके सामने है। कोई भी एक्ट, नियम, कानून, सिद्धांत, अभिव्यक्ति, भावनाएं ऐसी नहीं हो सकती जो सबपे ही सूट करे! धन्यवाद।
किसी सही सिद्धांत को भी 100 % सरजमीं पर उतार लेना उतना आसां काम नहीं ! शाहीनबाग एवं किसान आंदोलन का उदाहरण सबके सामने है।
कोई भी एक्ट, नियम, कानून, सिद्धांत, अभिव्यक्ति, भावनाएं ऐसी नहीं हो सकती जो सबपे ही सूट करे! धन्यवाद।