Phoolchandra Rajak
Author
20 Oct 2021 12:24 PM
बहुत सुंदर कहा आपने जी धन्यवाद आपका जी
बुद्धि,विवेक,प्रज्ञा नही , इंसान नही वो ढोर ।
जाकी वाणी में प्रेम नही,मनुज नही वो जूताखोर ।।