सुनील कुमार
Author
8 Oct 2021 09:42 AM
आपका धन्यवाद
आपका धन्यवाद
पिय हिय में बस रहे , मैं जान न पाई ,
मै मूरख मृग सम , अन्तर पिय बसाई,
धन्यवाद !